खड्ढा टोल प्लाजा के ठेकेदार शासन के गाइडलाइन का नहीं कर रहे पालन
*खड्ढा टोल प्लाजा के ठेकेदार शासन के गाइडलाइन का नहीं कर रहे पालन*
*ठेकेदार के नियम विरुद्ध कार्य से वाहन मालिकों के जेब में पड़ रहा अतिरिक्त भार*
*जिले के पंजीकृत वाहनों के शुल्क का टोल नाके पर नहीं लगा है बोर्ड प्रतिदिन वाहन मालिकों से होती है नोक झोक*
*टोल प्लाजा में असमाजिक तत्वों का लगा रहता है जमावड़ा*
रीवा सीधी नेशनल हाईवे में संचालित खड्ढा टोल प्लाजा के ठेकेदार द्वारा नियमों का पालन नहीं करवाया जा रहा है ना ही रीवा जिले के वाहन मालिकों को किसी भी प्रकार की सुविधा दी जा रही है बल्कि शासन के दिशा निर्देशन में जो गाइडलाइन टोल ठेकेदार को दिया गया है उस गाइडलाइन का पालन ठेकेदार द्वारा नहीं किया जा रहा ना ही उसे आदेश का टोल के समीप बोर्ड भी नहीं लगाया गया है जो वाहन मालिकों को दिखाई दे जिले के अंदर पंजीकृत वाहनों से डबल वसूली की जा रही है शासन के जो भी शर्ट ठेकेदार को दी गई है वह वाहन मालिकों को नहीं बताया जाता जिले के अंदर पंजीकृत कार जीप सहित अन्य छोटे वाहनों का नियमानुसार टोल टैक्स में एक बार जाने का ₹30 है लेकिन वाहन मालिकों से एक बार जाने का ₹60 लिया जाता है इसी को लेकर वाहन मालिकों का टोल प्लाजा में मौजूद कर्मचारियों से प्रतिदिन वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है अगर ठेकेदार द्वारा शासन के दिए गए गाइडलाइन के सभी बोर्ड टोल प्लाजा के सामने लगवा दिया जाए तो विवाद की स्थिति ना बने लेकिन ठेकेदार तो सिर्फ वसूली करवाने के लिए बोर्ड नहीं लगाया है अगर ऐसा ना होता तो उनके द्वारा रेट सूची का बोर्ड लगवा दिया जाता अन्य जिलों के नेशनल हाईवे में संचालित टोल नाके पर सभी प्रकार के बोर्ड लगाए गए हैं लेकिन खड्डा टोल प्लाजा में शासन के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।
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