आरक्षण समाप्त करना BJP और RSS का एजेंडा, इसीलिये चाहिए थे 400 पार
By mnnews24x7.com Sun, Apr 28th 2024 मिसिरगवां समाचार
*आरक्षण समाप्त करना BJP और RSS का एजेंडा, इसीलिये चाहिए थे 400 पार*
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले BJP के एक षड्यंत्र ने पूरे देश को सकते में डाल दिया है। यह षड्यंत्र हर बार की तरह BJP का कोई छोटा-मोटा दांव नही बल्कि दलित, आदिवासी और पिछड़ों के आरक्षण को समाप्त करने का BJP और RSS का अब तक का सबसे बड़ा षड्यंत्र है।
RSS के प्रतिनिधि शुरूआत से ही आरक्षण समाप्त करने की बात करते रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ महीनों मे BJP और RSS के इस षड्यंत्र की भनक जनता को लगी और पूरे देश से आरक्षण बचाने की आवाज़ उठने लगी है।
*आरक्षण विरोधी RSS*
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▪️ RSS प्रमुख मोहन भागवत ने सितंबर 2015 में RSS के मुखपत्रों ‘पाञ्चजन्य’ और ‘ऑर्गेनाइज़र’ को दिए एक इंटरव्यू में आरक्षण की ‘समीक्षा’ किए जाने की ज़रूरत बताई थी। समीक्षा करने का सीधा अर्थ समाप्त करने के पहले की औपचारिक प्रक्रिया है।
▪️ मोहन भागवत ने एक ‘अराजनीतिक समिति’ बनाने का प्रस्ताव रखा था जिसका काम ये देखना था कि आरक्षण का फायदा किन लोगों को और कितने समय तक मिलना चाहिए। यह भी आरक्षण समाप्ति की ओर बड़ा कदम था।
▪️ 2017 में RSS के तत्कालीन प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने आरक्षण को जारी रखने का विरोध किया था।
▪️ RSS के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने एक बार आरक्षण का विरोध करते हुए कहा था कि आरक्षण समानता के सिद्धांत के ख़िलाफ़ है।
▪️ RSS के दूसरे सरसंघचालक गुरु गोलवलकर ने अपनी किताब 'विचारधन' में जाति के आधार पर आरक्षण देने का विरोध किया है।
▪️ राजनीतिक विश्लेषक और 'RSS' क़िताब के लेखक जयदेव डोले का भी मानना है कि संघ की भूमिका आरक्षण के ख़िलाफ़ है।
▪️ लेखक जयदेव डोले लिखते हैं कि जब संविधान तैयार हो रहा था, तो गोलवलकर ने हमेशा आरक्षण का विरोध किया था।
*आरक्षण विरोधी BJP*
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▪️ BJP जातिगत जनगणना का हमेशा विरोध करती रही है। क्योंकि वो जानती है कि जातिगत जनगणना के बाद आरक्षण की माँग को नकारा नहीं जा सकेगा।
▪️ BJP नेता खुले मंचों से संविधान संशोधन की बात करते हैं। संविधान संशोधन का सीधा अर्थ संविधान के द्वारा SC, ST और OBC को मिलने वाले आरक्षण को समाप्त करना है।
▪️ BJP संविधान संशोधन के लिए 400 से अधिक सीटें जीतने की ज़रूरत बताती है, ताकि जब वो संविधान से आरक्षण के प्रावधान हटाये तो विरोध करने के लिये विपक्ष की संख्या बहुत कम रहे।
▪️ वर्ष 2017 में BJP सांसद अनंत हेगड़े ने खुले मंच से कहा था कि हम संविधान बदलने आये हैं। यह बयान BJP के अंदरूनी समर्थन से दिलाया गया इसलिये अनंत हेगड़े पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
▪️ नरेंद्र मोदी सरकार के अधीन यूजीसी ने प्रस्ताव किया गया था कि SC, ST और OBC के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित रिक्तियां भी ‘‘अनारक्षित घोषित’’ की जा सकती हैं।
▪️ राजस्थान के नागौर से BJP उम्मीदवार ज्योति मिर्धा ने भी कहा है कि संविधान को बदलने के लिए हमें दोनों सदनों में भारी बहुमत की जरूरत है।
▪️ 10 मार्च 2024 को उत्तर कन्नड़ से BJP सांसद अनंतकुमार हेगड़े ने फिर कहा है कि मतदाताओं को संविधान में संशोधन करने के लिए लोकसभा में दो-तिहाई जनादेश देना चाहिए।
▪️ 15 अप्रैल 2024 को उत्तर प्रदेश के फैजाबाद निर्वाचन क्षेत्र से BJP सांसद लल्लू सिंह ने भी कहा कि संविधान में संशोधन या दोबारा लिखने के लिए हमें दो-तिहाई बहुमत की जरूरत है।
BJP और RSS ने एक सोची समझी साज़िश के तहत आरक्षण ख़त्म करने की योजना बनाई और इसके लिये उन्होंने 400 पार का नारा भी दिया। सभी आरक्षण विरोधियों का समर्थन हासिल करने के लिए BJP ने अपने नेताओं से संविधान संशोधन के लिये 400 से अधिक सीटों की ज़रूरत वाले बयान भी दिलाये। RSS ने पर्दे के पीछे रहकर आरक्षण और संविधान के खिलाफ पूरी पटकथा लिखी और जनता को ग़ैरज़रूरी मुद्दों में उलझाकर रखा।
यही नहीं, नरेंद्र मोदी और पूरी BJP कांग्रेस के घोषणापत्र के जातिगत जनगणना वाले मुद्दे पर ही हमलावर है।
*लेकिन जनता समझदार है, BJP और RSS का षड्यंत्र चुनाव के पहले ही बेनक़ाब हो चुका है। देश का आम आदमी अब संविधान और आरक्षण की रक्षा के लिये जागरूक हो चुका है और BJP को सत्ता से दूर करने का संकल्प ले चुका है।*
*जनहित में जारी*