बूंद बूंद पानी के लिए परेशान हो रहे हैं ग्रामीण
बूंद बूंद पानी के लिए परेशान हो रहे हैं ग्रामीण।
भीषण गर्मी में जल संकट से जूझ रहे हैं पहाड़ी आंचल एवं ग्रामीण क्षेत्र के दर्जनों गांव।
*करोड़ों खर्च करने के बाद भी नहीं लोगों को नसीब हो रहा है पानी*
*जलजीवन मिशन योजना नहीं हुई कारगर साबित*
*मऊगंज मध्य प्रदेश*
खबर मध्य प्रदेश के जहां इन दिनों भीषण गर्मी शुरू हो गई है वहीं क्षेत्र में जैसे बात की जाए पहाड़ी अंचल ग्रामीण अंचल में दर्जनों गांव एक साथ दोहरी मार झेल रहे एक तो सूरज की प्रचंड तप को झेलने में लोग हाफ रहे हैं वहीं दूसरी ओर सुबह होते ही लोग को पानी के लिए व्यवस्था करना पड़ता है।इन दोनों जहां आपको बता दे 42 से 43 डिग्री पहुंच जा चुका है लोग सुबह होते ही घरों में बाल्टी,गैलन,डब्बा,केन आदि लेकर पानी के लिए निकल पड़ते हैं ऐसी स्थिति बनाई है कि जहां आपको बता दे मऊगंज जिले के कई जगह वही बात की जाए हनुमना जनपद क्षेत्र के ढाबा गौतमान,पहाड़ी,पिपराही, हाटा,गोपाला,प्रतापगज,बरही, नकवार हनुमना नगर के वार्ड 6, 1, सहित कई वार्ड शामिल है। दर्जनों गांव शामिल है।और पहाड़ी क्षेत्र में भीषण जल संकट है फिर किसी निजी नलकूप लोगों को प्यास बुझाने का सहारा बना हुआ है वही बात की जाए दर्जनों गांव में जल संकट से परेशान हैं सुबह होते ही पानी के लिए व्यवस्था लगते हैं। सुबह होते ही महिला युवक युवतियां बच्चे यहां तक की बुजुर्ग पानी के लिए व्यवस्था करते नजर आते हैं कई गांव के लोग पानी के लिए तो काफी दूर तय करने के बाद कुएं के पास पहुंचकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आते हैं जबकि कुछ गांव के लोगों के लिए झरना और तालाब भी अब सहारा बचा हुआ लोगों के द्वारा बताया गया है कि हम लोग काफी समस्या का सामना कर रहे हैं वहीं जिला प्रशासन एवं जिम्मेदार से पानी की व्यवस्था करने के लिए मार्ग की गई है वहीं हनुमना जनपद क्षेत्र सहित जिले के अंतर्गत कई जगह में पानी की संकट देखा गया है
*ग्राम पंचायतो में से नहीं हो पा रहा है उचित व्यवस्था*
जनपद पंचायत अंतर्गत कई ग्राम पंचायत में भीषण जल संकट बना हुआ है जिसके चलते या टैंकरों के माध्यम से पानी उपलब्ध कराया जा रहा लेकिन कई ग्राम पंचायत में टैंकर के माध्यम से पानी तो राहत नहीं मिल पा रही है लेकिन पूरी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है वहीं पंचायत के कई जिम्मेदार भी लापरवाही कर रहे हैं ग्रामीण काफी जल संकट से जूझ रहे हैं। कई पंचायत में टैंकर भी नहीं है।
*करोड़ों की लागत से बने हुए हैं तालाब*
खास बात यह है की पहाड़ी आंचल एवं ग्रामीण अंचल में करोड़ों की लागत से कई ग्राम पंचायत में तालाब बनवाए गए हैं लेकिन तालाब में पानी नहीं होने के कारण इस तरह की योजना पर पानी फिर रहा है जहां करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाया गया है लेकिन किसी काम के लायक नहीं है।
*टैंकर के लिए अनुमति का इंतजार कर रहे हैं लोग*
ग्राम पंचायत के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई गांव में टैंकर के माध्यम से पानी सप्लाई के लिए अभी प्रशासनिक स्तर पर अनुमति प्राप्त नहीं हुई है जिसके चलते पानी की समस्या का निदान नहीं हो पा रहा है वहीं कई ग्राम पंचायत में टैंकर ही नहीं उपलब्ध है।
*गर्मियों के शुरू होते ही गहराने लगता है जल संकट*
हर बार गर्मियों की शुरुआत होते ही लोगों को पानी के लिए मकसद करना पड़ता है यह समस्या आज से नहीं बल्कि कई वर्ष से चली आ रही है जो आज तक बरकरार है समस्या बढ़ने पर हर बार प्रशासनिक स्तर पर इस संकट को दूर करने का प्रयास किया जाता है।लेकिन अभी तक इसका कोई स्थाई निदान नहीं हो पाया है।नल जल योजना भी लोगों की समस्या को दूर करने में कारगर साबित नहीं हो पाई है घर तक नल तो पहुंच चुका है। कई जगह नहीं पहुंचा लेकिन अभी तक लोग जल के इंतजार में है।
वाटर लेवल चला गया नीचे
स्थानीय रहवासियों ने बताया कि गर्मियों के दिनों में वाटर लेवल नीचे चला जाता है जिसके चलते कई हैंड पंप तो लगे हुए लेकिन वह हैंड पंप केवल हवा फेंक रहे हैं जिसके चलते ग्राम वासियों को पानी भारी संकट दिखाई दे रहा है।
*नल जल योजना हवा में उड़ रही है।*
कई ग्राम पंचायत में पानी की टंकी भी बनाई गई है लेकिन पानी की टंकियां में पानी के स्थान में हवा उड़ रहा है वही नल जल योजना के तहत कई जगह व्यवस्था करने के लिए पैसा तो लगाया गया लेकिन पानी नहीं मिल पाया है जहां नल जल योजना भ्रष्टाचार का भेंट चढ़े गई है
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