नवविवाहिता को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाला उसका परिवार, दहेज के नाम से करता था परेशान

By mnnews24x7.com Wed, Jun 3rd 2020 मिसिरगवां समाचार     

नवविवाहिता को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वाला उसका परिवार, दहेज के नाम से करता था परेशान



दहेज लोभियों पर नवविवाहिता की हत्या करने का आरोप लगाया नव विवाहिता के पिता.






जिले के दहेज आज भी समाज में दहेज प्रेमी है जिन्हें सिर्फ पैसों की लालच में अपने को भी खो रहे हैं, कुछ ऐसा ही घटित गुढ थाना अन्तर्गत ग्राम दुआरी निवासी मुरारी लाल पटेल पिता रामचन्द्र पटेल की बेटी वंदना के जीवन के साथ ही हुआ ,इस संबंध में जानकारी देते हुए मुरारी लाल पटेल ने बताया कि बेटी वंदना की शादी लौर थाना अन्तर्गत ग्राम ढनगन निवासी उदय प्रकाश पटेल पिता जयलाल पटेल के साथ 20 अप्रेल 2016 को हुई,मैं अपनी हैसियत के अनुसार बेटी को उपहार सामग्री भी दिया लेकिन चार महीने बाद ही पति उदय प्रकाश,जेठ ओम प्रकाश पटेल व सास द्वारा मेरी बेटी को प्रताड़ित करने लगे जिसकी जानकारी हम सबको समय समय पर देती रही ,इस दौरान कुछ समझौते भी हुआ,








जिससे बेटी की प्रताड़ना न हो, लेकिन दहेज के दानवों ने नहीं माना और 22 मई 2020 को अपनी मां को फोन करके बताया कि सब खाना खा चुके हैं हमको खाना नहीं खाने दिए और पति बोले कि अलग खाना बनाओगी तो जिन्दा नहीं रहोगी, इसके बाद दूसरे दिन उदय प्रकाश पटेल ने फोन लगाया और कहा कि आपकी बेटी का कहीं अता-पता नहीं है तो हम सब घबराकर वंदना के चाचा चाची,हम सब लोग वंदना के ससुराल ढनगन गये वहां तमाम पूछने पर कहीं कुछ जानकारी नहीं मिली, जबकी सब आराम से बैठे हुए थे वंदना की ढाई साल की बेटी कृतिका को देखा तो वह मां के पास जाने की जिद कर रही थी,जब कृतिका को चाचा राम सरदार पटेल ने अपने साथ ले जाने की बात कही तो उदय प्रकाश ने मना कर दिया, वंदना की काफ़ी खोजबीन करते रहे और मामले की रिपोर्ट काफी दबाव के चलते 24 मई को लौर थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई ,इस संबंध में जानकारी 26 मई को 11बजे सुबह दी गई कि आपकी बेटी वंदना की लाश जुडमनिया में उदय प्रकाश के रिश्तेदार मोतीलाल पटेल के खाली घर में फांसी से लटकी हुई मिली है जिस पर मायके पक्ष में कोहराम मच गया, वंदना के चाचा राम सरदार पटेल ने कहा कि लाश देखकर ऐसा लगता है कि हत्या कर फांसी पर लटका दिया गया है,वहीं नातिन कृतिका को मायके पक्ष में दिया जाये,इस घटना से हतप्रत वंदना के पिता ने कहा कि मेरी बेटी ससुराल ढनगन से जुडमनिया कैसी पहुंची, फिर घर के सभी सदस्य चार दिन तक क्या करते रहे लाश के पास चप्पल किसके थे, वहीं पैर पूरी तरह जमीन पर थे जिससे पूरी तरह प्रतीत होता था कि इसे फांसी पर लटका दिया गया है शरीर में काफ़ी कीड़े आ जाने से कुछ चोट नहीं दिखी है, उक्त मामले पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मऊगंज से निष्पक्ष जांच कराने व वंदना जुडमनिया कैसे पहुंची लाश के पास शराब की बोतल व डिस्पोजल कौन रखा , निष्पक्ष जांच कर अपराधियों को सजा दिए जाने की मांग व नातिन कृतिका से मायके पक्ष में दिये जाने की मांग की है ,



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