एसजीएमएच में कू-प्रबंधन: अपर कलेक्टर ने चार डॉक्टरों से पूछताक्ष, जल्द होगी यह कार्रवाई

By mnnews24x7.com Wed, Aug 12th 2020 मिसिरगवां समाचार     

एसजीएमएच में कू-प्रबंधन: अपर कलेक्टर ने चार डॉक्टरों से पूछताक्ष, जल्द होगी यह कार्रवाई
राीवा. मेडिकल कालेज में विवेक कुशवाहा के शव का टैग बदलने के मामले में दूसरे दिन भी बवाल रहा। निलंबन को और उच्चस्तरीय जांच कराने के लिए कश्मिनर और कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। मामले में कमिश्नर ने जांच का भरोसा दिलाया है। इधर, अपर कलेक्टर इला तिवारी मेडिकल कालेज के चीफ प्राक्टकर डॉ. मनोज इंदुलकर, डॉ. एमएच उस्मानी, डॉ करण कपूर और कैजुवलटी के वरिष्ठ सीएमओ डॉ. अतुल सिंह से पूछताक्ष की। अपर कलेक्टर ने चिकित्सकों के अलावा वार्ड बॉय, नर्स स्टाफ सहित अन्य कर्मचारियों का बयान दर्ज किया है। संभावना है जल्द ही फॉरेंसिक और कैजुवली के चिकित्सकों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है।

सवालों के घेरे में मेडिकल कालेज की जांच
अस्पताल के चिकित्सकों के अमानवीय चेहरा और कू-प्रबंधन को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए। दबी जुबान से मेडिकल कालेज की जांच रिपोर्ट पर अफसर भी सवाल उठा रहे हैं। वार्ड से लेकर कैजुवलटी में मौजूद चिकित्सकों के बीच इस बात की चर्चा रही कि इससे पहले हुई मौतों के मामले में वार्ड में डेथ के बाद कैजुवलटी के चिकित्सक कागजी औपचारिकता पूरी कर परिजनों को सूचना दिया। और परिजनों के आने तक शव को मच्र्युरी में फॉरेंसिक चिकित्सकों के हवाले कर दी जाती थी। लेकिन, विवेक के मामले में ऐसा नहीं किया गया।

फॉरेसिक विभागाध्यक्ष से डीन ने कराई
जांच मेडिकल कालेज के डीन डॉ एपीएस गहरवार ने प्रारंभिक जांच फॉरेसिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. शशिगर्ग से कराया है। जिसको लेकर तरह-तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं। मेडिकल नियमावती के अनुसार अस्पताल में मृत मरीजों के लिए कैजुलवटी से लेकर मच्र्युरी में फॉरेंसिक विभाग के चिकित्सकों को प्रक्रिया पूरी करने की जिम्मेदारी होती है। लेकिन, डीन के द्वारा उसी विभाग के विभागाध्यक्ष को जांच सौंपी गई।

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