*तिलखन गांव के एक की हत्या मामले मे घटना के 8 दिन बाद भी पुलिस के हाथ हैं खाली,*

By mnnews24x7.com Wed, Sep 2nd 2020 मिसिरगवां समाचार     

*तिलखन गांव के एक की हत्या मामले मे घटना के 8 दिन बाद भी पुलिस के हाथ हैं खाली,*

*अपराधियों का सुराग तक नहीं लगा पाई बैकुण्ठपुर पुलिस...?*

कहते हैं.. अब पछताए क्या होत- जब चिड़िया चुग गई खेत..
कुछ यही कहावत आजकल कि पुलिस का हैं, रीवा जिले के बैकुण्ठपुर थाना क्षेत्र अंतरगत विगत 24 अगस्त को फरहद गांव मे तिलखन गांव के एक युवक से रात्रि के दौरान बंधक बनाकर घातक मारपीट फिर उपचार के दौरान युवक की मौत का मामला बैकुंठपुर पुलिस की लापरवाही पर घटना से आक्रोशित पीढ़ित परिजन व ग्रामीणो ने युवक का शव सड़क मे रखकर थाने का घेरावकर हत्या के सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी व बैकुण्ठपुर थाने के दोषी पुलिसकर्मियों को हटाने की मांग की गई है, लेकिन युवक की मौत के 48 घंटे बाद भी पुलिस आरोपियों का सुराग तक नहीं लगा पाई है, जबकि सभी आरोपी घायल युवक के जीवित अवस्था तक गांव घर मे ही थे, जैसे ही युवक की मौत की खबर आरोपियो को मिली घर मे ताला मारकर सब फरार हो गए, वही पुलिस के लिए आरोपियों के गिरेवा तक पहुंचना दरअसल अब और मुश्किलें बढ़ गई है, यदि वक्त रहते बैकुण्ठपुर पुलिस 307 का अपराध कायम कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लेती तो शायद ना बबाल होता और ना इतनी मशक्क़त करनी पड़ती, वही युवक की हत्या से पीड़ित परिजन सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने पुलिस को 1 हप्ते का वक्त दिया है, देखना यह होगा कि हत्या के फरार आरोपी कब तक मे पुलिस कि गिरफ्त मे आते हैं,
*हत्या के आरोपियों को क्या सफेदपोश बचा रहे हैं.. ?*
घटना के बाद आम जनमानस मे यह बात चर्चाओं मे हैं.. सूत्रों कि माने तो रीवा के कुछ बड़े सफेदपोश नेता जो युवक के हत्यारो को बचा रहे हैं, क्योकि घटना के बाद आरोपी छाती पीटकर बोल रहा था कि मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता, मै फलाने नेता का जिगर हूँ... अब देखना यह होगा कि क़ानून के हाथ भी तो लम्बे होते हैं, पुलिस आरोपियों को कब तक मे पकड़ पाती हैं, वही पीढ़ित परिजनों ने कहा हैं कि यदि आरोपी एक हप्ते के अंदर गिरफ्तार नहीं होते तो फिर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी जबाबदेही पुलिस प्रशासन की होगी l

Similar Post You May Like

ताज़ा खबर