रीवा में कोरोना का बेहतर इलाज होता है, सभी नेताओं का मुख्यमंत्री रीवा में कराएं इलाज- *युवा समाजसेवी धीरू सिंह

By mnnews24x7.com Tue, Sep 8th 2020 मिसिरगवां समाचार     

रीवा में कोरोना का बेहतर इलाज होता है, सभी नेताओं का मुख्यमंत्री रीवा में कराएं इलाज- *युवा समाजसेवी धीरू सिंह*

*🔥रीवा:-* जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मध्येपुर निवासी युवा समाजसेवी धीरू सिंह ने बताया कि रीवा में कोरोना का बेहतर इलाज होता है, इसीलिए सभी नेताओं का मुख्यमंत्री रीवा में ही कराएं इलाज क्योंकि आज हर व्यक्ति कोरोनावायरस को लेकर भयभीत हैं, इसीलिए गांवों में झोलाछाप डॉक्टरों से ईलाज करवाने को तैयार हैं, लेकिन संजय गांधी अस्पताल में योग्य चिकित्सकों से ईलाज करवाने से कतराने लगे हैं, आज अगर संजय गांधी अस्पताल में मरीजों की संख्या कम है, तो निश्चित ही झोलाछाप डॉक्टरों की देन है, वरना सर्दी, खांसी, जुखाम, वाले मरीज कहां है, सब गांवों में ही ईलाज करा के खुश हैं, और अपने परिवार के बीच सलामत है, जिस तरह संजय गांधी अस्पताल से भर्ती मरीजों की लाश निकलती है, वह हम सबके लिए हतप्रद है, शहर तो शहर गांव के लोग भी ईलाज के दौरान मरने वालों की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए काफी भयभीत हो चलें है, तो वही श्री सिंह ने कहा कि आज आखिर संजय गांधी अस्पताल में भर्ती गरीब व अन्य लोगों की अआसमयिक मौत हो जाती है, जिसमें कल खाद्य निरीक्षक राजेंद्र सिंह ठाकुर की मौत हुई, लेकिन चिकित्सक, नेता, मंत्री कैसे ठीक हो जाते हैं, गरीब क्यों मर जाता है,
तो वही श्री सिंह ने प्रदेश के मुखिया से अपील की है, कि गरीब परिवार की जिंदगी ओर अपनी जिंदगी की तुलना करें क्योंकि हर गरीब के साथ सरकार खड़ी है, तो फिर ईलाज और मौत के समय सरकार क्यों गायब हो जाती है, अगर सरकार सबके साथ में है, तो नेताओं व मंत्रियों की अगर तबियत खराब होती है, तो उन्हें घर में ही क्यों क्वारेटाईन किया जाता है, उनके इलाज के लिए भी प्रदेश का नंबर वन ईलाज देने वाली संजय गांधी अस्पताल रीवा में ईलाज करवाएं क्योंकि यहां इलाज फ्री होता है, और अगर प्रदेश सरकार से ऐसा नहीं होता तो फिर अस्पताल में भर्ती मरीज को जिंदा मौत के मुंह में ना ढ़केला जाए क्योंकि संजय गांधी अस्पताल रीवा में कोरोना से मरने वालों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है, इसीलिए प्रदेश सरकार से आग्रह है,कि गरीब जनता को मौत देने वाले डॉक्टर के खिलाफ जांच टीम बैठा कर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। जिससे आम पब्लिक अपना इलाज झोलाछाप डॉक्टर से ना करवा कर योग्य चिकित्सकों से करवा कर राहत की सांस ले सके।

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