सहायक उप निरीक्षक को मिला डीआर का अभयदान प्रशासन को चुनौती दे रहा उमेश तिवारी

By mnnews24x7.com Fri, Jan 15th 2021 मिसिरगवां समाचार     

सहायक उप निरीक्षक को मिला डीआर का अभयदान

प्रशासन को चुनौती दे रहा उमेश तिवारी

शहडोल। सहायक उप निरीक्षक सहकारिता जयसिंहनगर में लंबे समय से पदस्थ उमेश तिवारी की दर्जनों शिकायत होने के बावजूद भी डीआर शहडोल के द्वारा अभय दान दिया जा रहा है, लंबे लंबे घोटाले करने के बावजूद भी उमेश तिवारी को एक ही स्थान पर रखा गया है, इससे यह बात साफ होती है कि वरिष्ठ अधिकारी के द्वारा कहीं ना कहीं अभय दान दिया जा रहा है, जिससे उमेश तिवारी धड़ल्ले से अपनी चाकरी चला रहे हैं, इतना ही नहीं उमेश तिवारी की दर्जनों शिकायतें सहकारिता में पड़ी हुई है लेकिन सभी शिकायतों को फाइलों में दफन कर दिया गया है।

पूर्व में भी हुआ भ्रष्टाचार

उमेश तिवारी की बात करें तो यह काफी चर्चा में रह चुके हैं , जयसिंहनगर के पूर्व चंनौडी में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक सहकारिता उमेश तिवारी के द्वारा बड़े-बड़े घोटाले किए गए थे और उस समय भी तिवारी जी की शिकायतें स्थानीय लोगों ने अनेकों बार की थी जिसके बाद उनका स्थानांतरण जयसिंहनगर के लिए कर दिया गया था लेकिन भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आ रहे उमेश तिवारी एक बार फिर जयसिंहनगर में अपना माया जाल फैला कर रखे हैं, लोगों के साथ अभद्रता करते हुए फिर से किसानों के पैसों में हेरफेर करना शुरू हो गया है जिससे किसान काफी परेशान है।

मातहत है उमेश

सहकारिता विभाग की वसूली करने का काम से लेकर किसानों के खाते में हेरफेर करना अन्य किसानों से पैसों की मांग करना एवं खरीदी बिक्री में भी घोटाला करने का काम डीआर कार्यालय से श्री तिवारी जी को सौंपा गया है, तिवारी जी सौंपे गए कार्य को बड़ी ही ईमानदारी के साथ करते हैं, वसूली करना इनके लिए आम हो चुका है और पूरे जिले में खरीदी केंद्र में जाकर प्रबंधकों से महीना वसूलना इनकी फितरत में है जानकारों ने तो यह भी बताया कि डीआर कार्यालय से इन्हें खुली छूट दे दी गई है और महीना वसूलने के बाद स्वयं डकार जाते हैं।

विधायक का लेटर भी रहा बेअसर।

जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक जय सिंह मरावी ने जयसिंहनगर में पदस्थ उमेश तिवारी सहकारिता के विरुद्ध लेटर भी प्रस्तुत किया था, इसके बावजूद भी कार्यवाही नहीं हो सकी विधायक का लेटर भी बेअसर रहा और उमेश तिवारी धड़ल्ले से अपना कार्य कर रहा है, इससे यह कहावत साफ हो रही है कि सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का यह कहावत साफ तौर पर उमेश तिवारी और डीआर कार्यालय पर चरितार्थ होती है, लंबे समय से एक ही स्थान पर पदस्थ कर्मचारी की ना तो अन्य स्थान पर पदस्थापना की जा रही है और ना ही कोई कार्यवाही की जा रही है जबकि कथित कर्मचारी के विरुद्ध दर्जनभर से अधिक शिकायत लंबित हैं इसके बावजूद भी कार्यवाही नहीं हो पा रही है।

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