रीवा परिवहन विभाग की घूंस खोरी ने ली लगभग ४४लोगो की जान,,, रुट बदल कर चल रही थी बस आर टीओ मनीष त्रिपाठी का था बस मालिक को खुला संरक्षण*

By mnnews24x7.com Wed, Feb 17th 2021 मिसिरगवां समाचार     

*BREKINGNES---------------------रीवा परिवहन विभाग की घूंस खोरी ने ली लगभग ४४लोगो की जान,,, रुट बदल कर चल रही थी बस आर टीओ मनीष त्रिपाठी का था बस मालिक को खुला संरक्षण*______________ *32,,,सीट बस पास जिसमें 60 यात्री थे सबार*_________________________ *कहते हैं गलत काम का परिणाम गलत ही आता है भले देर-सवेर आये ,,, रीवा जिला परिवहन अधिकारी मनीष त्रिपाठी की मनमानी वसूली व अबैध गतिविधियों का परिणाम है कि अल्टा्टेक सीमेंट प्रबंधन के बस हादसे में चार लोगों की मौत को हज़म करने के बाद लगभग पैंतालीस लोगों की जल समाधि हो गई,,* *अभी सही आकलन नहीं आया है कि मरने वालों की संख्या कितनी है,, परन्तु बताया जाता की 32, सीट बस पास थी जिसमें 60से अधिक संवारी थी ,,। तथा जिस रुट का परमिट जारी किया गया था उस रुट बदल कर बस मनीष त्रिपाठी की सहमति से चल रही थी,,,* *अगर चर्चा में उभरते सबाल सच है तो आर टी ओ मनीष त्रिपाठी के खिलाफ अपराध दर्ज किया जाना चाहिए लेकिन नीचे ऊपर तक हिस्सा लेने वाली सरकार व व्यवस्था भी लाश में सौदा करतीं हैं,,,। वरिष्ठ पत्रकार राजनारायण मिश्रा की खबर,,,,,,,,,*
*बस क्रमांक M.P.19--P...1882,, परिहार बस कमलेश्वर सिंह सिजहटा,,, की बस को परमानेंट परमिट रीवा परिवहन कार्यालय से जारी किया गया था जिसकी फाईल निलंबित बाबू अनिल खरे अन्नू ने तैयार किया था वह आर टीओ ने परमिट पास किया था,, अब घूंस खोरी के चलते किस तरह से नियम कानून को दफ़न किया गया था,, जिस बस क्रमांक M.P.,,19--P-1882को परमिट जारी किया था वह मात्र 32,,सीट पास है,, किसी भी बस को आर टीओ 150,,km...से अधिक दूरी का आने जाने का परमिट जारी करने का अधिकार नहीं है,,75---जाना---75,किमी आने का सतना से सीधी की दूरी 130,,km...+130km----270km है जो पूर्णतः अपराध की परिधि में आता है,,, ऐसी तकनीकी गड़बड़ी कर इतने अधिक लोगों की जल समाधि में हुई मौत के सीधे प्राथमिक तौर पर रीवा आर टीओ मनीष त्रिपाठी व निलंबित बाबू अनिल खरे अन्नू है जिनके खिलाफ पुलिस को अपराध दर्ज कर गिरफ्तारी कर लेना चाहिए,,, परन्तु भ्रष्टाचार घूंसखोरी के कारण सरकार तंत्र पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है इतने बड़े गंभीर हादसे को मजाक मान लिया जाए कहना अतिश्योक्ति नहीं है,,*

Similar Post You May Like

ताज़ा खबर