*शिक्षक की नौकरी पाकर अब पढ़ाने से कतरा रहे पूर्व बीआरसीसी, राजनीतिक दबाव बनाकर लगे हैं पुन: पद हथियाने में*

By mnnews24x7.com Wed, Mar 17th 2021 मिसिरगवां समाचार     

*शिक्षक की नौकरी पाकर अब पढ़ाने से कतरा रहे पूर्व बीआरसीसी, राजनीतिक दबाव बनाकर लगे हैं पुन: पद हथियाने में*

👑 *वित्तीय अनियमितता के चलते रीवा एवं सिरमौर के पद से हटाए गए थे*

रीवा। यूं तो शिक्षक बहुत ही महत्वपूर्ण एवं गरिमामय पद कहलाता है जिससे समाज में बहुत अपेक्षाएं होती है। इसी समाज में कुछ ऐसे भी शिक्षक हैं जो पर तो हासिल कर लेते हैं लेकिन जब एक बार उनके मुंह में मलाई लग जाए तो बार-बार वह मलाई की तलाश में भटकने लगते हैं। आज वह कहावत भी चरितार्थ हो रही है कि शेर के मुंह में जब खून लग जाता है। ठीक ऐसा ही वाकया रीवा एवं सिरमौर में पदस्थ रहे पूर्व बीआरसीसी प्रवेश तिवारी का है।

👑 बताया गया है कि तत्कालीन कलेक्टर ने वित्तीय अनियमितता के दोषी पाए जाने पर प्रवेश तिवारी को पद से हटाते हुए शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सगरा में पदस्थ किया किया था। किंतु अध्ययन अध्यापन की ओर उनका ध्यान कतई नहीं है ये पूर्व में रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल के दरवाजे और चौखट में माथा रगड़े वहां से जब सफलता नहीं मिली तो अब वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष के यहां रिश्तेदारों पर दबाव बनाकर पुनः पद हथियाने के चक्कर में हैं।

👑 आखिर उच्च माध्यमिक शिक्षक का पद प्राप्त करने के बाद यह स्कूलों में क्यों नहीं पढ़ाना चाहते हैं बच्चों के भविष्य से क्यों खिलवाड़ कर रहे हैं, प्रवेश तिवारी की मनसा इसी से समझी जा सकती है कि यह बार-बार लॉलीपॉप के लिए दौड़ रहे हैं।

ऐसी भी जानकारी मिली है कि यह विद्यालय समय पर जिला पंचायत कार्यालय उसके इर्द-गिर्द जा कर बैठते हैं जिला पंचायत कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज से इनकी दिनचर्या देखी जा सकती। तो वही विधानसभा अध्यक्ष के एनसीसी ग्राउंड में इन्होंने खुद चापलूसी करते हुए मंच संचालन किया एवं इसके बाद विद्यालय जाकर हस्ताक्षर बना लिया।

इस मामले को कलेक्टर महोदय द्वारा संज्ञान में लिया जाना आवश्यक है कि आखिर उच्च माध्यमिक शिक्षक जिनकी लगभग ₹60,000 मासिक पगार है वह स्कूल में बच्चों को क्यों नहीं पढ़ाना चाहते क्यों बार-बार प्रतिनियुक्ति के लिए अपना माथा रगड़ रहे।

*उठा था विधानसभा प्रश्न नहीं हुई कार्यवाही*

मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल ने पूर्व बीआरसीसी प्रवेश तिवारी के घोटालों की फाइल विधानसभा तक पहुंचाई थी लेकिन अपनी ऊंची पकड़ के चलते प्रवेश तिवारी ने उस फाइल को दबा दिया और उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई जिससे उनके हौसले बुलंद है।

*अब नहीं चलेगा जुगाड़ कलेक्टर ने लौटाई फाइल*

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रवेश तिवारी ने जनसंपर्क विभाग नगर निगम में प्रतिनियुक्ति एवं रायपुर बीआरसीसी के पद के लिए अपना जुगाड़ राजनीतिक स्तर से फिट किया था लेकिन इनक पूर्व की कारगुजारी को देखते हुए जिले के तेज तर्रार कलेक्टर इलैया राजा टी ने फाइल लौटा दी। कलेक्टर महोदय को चाहिए कि उक्त उच्च माध्यमिक शिक्षक जिनकी सेवाएं सुबह 9:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक विद्यालय में हैं पर सतत निगरानी रखें, इनके द्वारा लिए गए अवकाश का आकलन तथा मंच संचालन के दौरान मुलाजिमान में हस्ताक्षर पर आवश्यक कार्यवाही भी प्रस्तावित करें।

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